
दोस्तों ,हमारा पावन पर्व दीपावली कल से शुरू हो जाएगा हर और इस त्योहार को मनाने का उत्साह चरम पर है । सबसे ज्यादा भीड़ मिठाइयों की दुकान पर होती है मिठाइयों की विभिन्न किस्में इस तरह से सजाई होती हैं कि देखते ही मुंह में पानी आ जाए ।इन मिठाइयों के बिना त्योहार की कल्पना हम कर भी नहीं कर सकते ।मिठाइयां खरीदते समय हम चांदी के वर्क वाली मिठाई भी खरीदते हैं और कीमत भी इनकी सामान्य मिठाइयों से अधिक होती है। क्या आप जानते हैं कि इन वर्क वाली मिठाइयों का आपकी सेहत पर क्या दुष्प्रभाव पड़ता है सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि यह चांदी का वर्क है क्या? दरअसल यह चांदी का पतरा या पर्ण है। चांदी को पीट-पीट कर उसे कुछ माइक्रोमीटर की चादर में बदला जाता है बहुत ही नाजुक होने के कारण इसे कागज में लपेटकर रखते हैं और इसकी एक रोल की कीमत 800 से ₹1000 तक होती है।
चांदी का वर्क लगी मिठाईयाँ ना केवल दिखने में आकर्षक लगती हैं बल्कि हम भारतीयों का सोना -चांदी के प्रति प्रगाढ़ लगाव भी इसे खरीदने को विवश करता है। प्राचीन काल से ही यह माना जाता है कि चांदी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और साथ ही ताकत भी देता है।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इन वर्क लगी मिठाईयां खाने से शारीरिक ,मानसिक एवं सामाजिक रूप से हमें गंभीर नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।
शारीरिक दुष्प्रभाव--- कई बार मिलावटखोर अधिक फायदे के लिए चांदी में एल्यूमीनियम का मिलावट करते हैं।
यह एल्युमिनियम दिमाग की कोशिकाओं को नष्ट कर देती है जिससे अल्जाइमर्स अर्थात बुढापे में भूलने की बीमारी की संभावना बढ़ जाती है। साथ ही कैंसर जैसी गंभीर एवं घातक बीमारी भी इस से हो सकती है इसके अलावा पाचन तंत्र के अनेक अंग जैसे लिवर, किडनी आदि पर भी नुकसान पहुंचता है।
सामाजिक दुष्प्रभाव--- चांदी का वर्क बनाने के लिए हजारों जानवरों का कत्ल किया जाता है ताकि उनकी लचीली आंतों में चांदी को रखकर उसे कूटकर पतली वर्क बनाई जा सके। इस कारण कई लोग इसे मांसाहार की श्रेणी में भी रखते हैं।
असली-नकली में पहचान का तरीका--- चांदी तथा एल्युमीनियम के वर्क में अंतर देखने के लिए उसे ध्यान से देखें। चांदी का वर्क कम चमकीला होता है जबकि एल्युमीनियम के वर्क में अधिक चमक दिखाई देती है।
चांदी के वर्क को हाथ से दबाने से वह टूट जाता है जबकि एल्युमीनियम का वर्क रोल हो जाता है और उसका गोला बन जाता है।
तो दोस्तों, अगली बार जब भी आप मिठाई खरीदने जाएं तो इन बातों को जरूर ध्यान में रखें और अपनी सेहत से समझौता हरगिज़ ना करें।
-प्रतिमा
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